Administrator Advisory Council meeting

प्रशासक सलाहकार परिषद की बैठक: ट्राइसिटी में मेट्रो परियोजना में हो रही देरी पर सांसद ने उठाये सवाल

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Administrator Advisory Council meeting- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I प्रशासक सलाहकार परिषद की बैठक शनिवार को प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में होटल माउंट व्यू में हुई। इसमें विभिन्न कमेटियों ने तैयार की अपनी रिपोर्ट को प्रशासक के समक्ष रखा। चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी और स्थानीय कांग्रेस अध्यक्ष एच.एस. लक्की ने आज यहां सलाहकार परिषद की बैठक में चंडीगढ़ के लोगों से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाया।

मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के लिए मेट्रो परियोजना में हो रही अनावश्यक देरी पर चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों से डड्डूमाजरा में कूड़े के ढेर को साफ करने के लिए समय सीमा मांगी। इस बात पर सहमति बनी कि 31 दिसंबर तक कूड़े के ढेर को साफ कर दिया जाएगा। तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन ने यूटी चंडीगढ़ में फ्लोर वाइज रजिस्ट्री की अनुमति मांगने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की गलत व्याख्या की है। एचएस लक्की ने केंद्र शासित प्रदेश में एमएसएमई एक्ट के गैर-कार्यान्वयन, लीज होल्ड कमर्शियल और इंडस्ट्रियल को फ्री होल्ड में बदलने और गांवों में लाल डोरा के बाहर निर्माण को नियमित करने के अलावा अन्य मुद्दों को उठाया।

इसके अलावा, लक्की ने शहर में औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों को मामूली उल्लंघनों पर भी भेजे जा रहे कठोर नोटिस वापस लेने की भी जोरदार मांग की। उन्होंने गांवों में लैंड पूलिंग, हाउसिंग बोर्ड की आवासीय इकाइयों में आवश्यकता आधारित परिवर्तनों का सौहार्दपूर्ण समाधान और गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों को तत्काल राहत प्रदान करने की मांगों पर भी प्रकाश डाला।

व्यापारियों का मुद्दा भी जोरशोर से उठा

बैठक में शहर के व्यापारियों को प्रशासन की ओर से आए दिन थमाए जा रहे वायलेशन एवं मिसयूज के नोटिसों के चलते हो रही परेशानी को लेकर व्यापार कमेटी के सदस्य अवि भसीन ने रखा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से  इस मुददे पर सालों से लटकाया गया है। उनकी इस मांग का शीघ्र समाधान करा जाए अन्यथा इंडस्ट्री  शहर से पलायन कर रही है। आधी से ज्यादा इंडस्ट्रीज पलायन कर चुकी है। जो बची है उनका काम नहीं चल रहा और उल्टा कुछ फेरबदल करने पर उन्हें मिसयूज के नोटिस देकर परेशान किया जा रहा है। प्रशासन की इन नीतियों के विरोध में दो दिन से फेज दो की इंडस्ट्रीज बंद है। बैठक में उक्त मुददे को उठाए जाने पर अन्य सभी सदस्यों ने इस मांग का समर्थन किया। इस पर प्रशासक ने इसके समाधान के लिए शीघ्र की बैठक कर नया रास्ता निकालने की बात कही। समाज कल्याण विभाग की कमेटी की रिपोर्ट में शहर में बुढ़ापा पेंशन को बढ़ाने की मांग रखी गई।

चंडीगढ़ की वर्तमान आवश्यकताओं और भविष्य की आकांक्षाओं  के लिए संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता: कटारिया

पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के नेतृत्व में प्रशासक सलाहकार परिषद की बैठक आज यहां होटल माउंटव्यू, चंडीगढ़ में आयोजित की गई। यह बैठक शहर में सामुदायिक कल्याण और प्रगति को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थी।

सत्र की शुरुआत प्रशासक यूटी के सलाहकार राजीव वर्मा ने गुलाब चंद कटारिया, प्रशासक यूटी चंडीगढ़ और प्रशासक सलाहकार परिषद के सदस्यों का स्वागत करते हुए की। उन्होंने उप-समितियों और सदस्यों के बहुमूल्य योगदान को स्वीकार किया, और शहर के हरित, स्वच्छ और स्मार्ट शहर बनने के लक्ष्यों पर प्रकाश डाला।

शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरी अवसंरचना, समाज कल्याण, कानून एवं व्यवस्था, खेल, परिवहन, संस्कृति, पर्यावरण और परिधीय क्षेत्र विकास से संबंधित 10 स्थायी समितियों के अध्यक्षों ने अपनी पिछली उपलब्धियों की समीक्षा की और नई सिफारिशें प्रस्तुत कीं। परिषद के सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार और सुझाव भी दिए। गुलाब चंद कटारिया ने प्रशासक की सलाहकार परिषद के सदस्यों को उनकी भागीदारी और रचनात्मक चर्चाओं के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण है और चंडीगढ़ की वर्तमान जरूरतों और भविष्य की आकांक्षाओं दोनों को संबोधित करने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। प्रशासक ने खुलासा किया कि पंजाब और हरियाणा सरकार के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक एक छोटा रास्ता स्थापित करने के प्रयास चल रहे हैं।

उन्होंने चंडीगढ़ की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया और मौजूदा कमियों को दूर करने के लिए इंदौर जैसे सफल शहरों से सीखने का सुझाव दिया। कटारिया ने एक नई पहल की शुरुआत के बारे में बात की, जिसमें बुधवार को सरकारी कार्यालयों में जनता की शिकायतों को दूर करने के लिए समर्पित किया जाएगा, जिससे प्रशासन और निवासियों के बीच सीधा जुड़ाव बढ़ेगा।

प्रशासक ने चंडीगढ़ के भविष्य के लिए प्रशासक सलाहकार परिषद के सदस्यों की सिफारिशों के महत्व को दोहराया और लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को सुलझाने और नीतिगत निर्णयों का मार्गदर्शन करने के लिए उप-समितियों के अध्यक्षों और अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के साथ एक अनुवर्ती बैठक का प्रस्ताव रखा। चर्चाओं के बाद, चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों ने परिषद को हाल के घटनाक्रमों, चुनौतियों और आगे के रास्ते के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने बैठक के दौरान उठाए गए  कुछ मुद्दों की कानूनी समीक्षा करने के लिए प्रतिबद्धता जताई ताकि उनका समाधान किया जा सके। बैठक में विशिष्ट अतिथियों में चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी, भारत के एडिशनल सॉलीसिटर जनरल सत्य पाल जैन, पूर्व सांसद किरण खेर, पंजाब के राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव के शिव प्रसाद, गृह सचिव मंदीप सिंह बराड़, डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव, स्वास्थ्य सचिव अजय चगती, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह और चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।